पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर सीएम से मिले पत्रकार

पत्रकार हमला विरोधी कृती समिति के निमंत्रक एस.एम. देशमुख के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने नागपुर में राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से मुलाकात करके राज्य में शीघ्र पत्रकार सुरक्षा कानून लाने की अपील की. मुख्यमंत्री के साथ बातचीत करते देशमुख ने कहा कि राज्य में 2013 में दो पत्रकारों की हत्याएं हुईं, एक महिला पत्रकार के साथ बलात्कार किया गया, तीन मीडिया हाउसेस पर हमले किये गये और 68 पत्रकारों के उपर हमले किये गए. महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य के लिए यह स्थिति अच्छी नहीं है. महाराष्ट्र ने विचार, वृत्तपत्र, स्वातंत्र्य के लिए हमेशा ही अपना योगदान दिया है लेकिन आज इस स्वातंत्र्यका ही गला दबाने की कोशिश की जा रही है. इसलिए पत्रकार सुरक्षा कानून की महाराष्ट्र मे सख्त जरूरत है.
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कानून बनाये जाने के बारे में कोई भी ठोस आश्वासन नहीं दिया लेकिन पत्रकार पेंशन योजना के बारे मे उन्होंने प्रतिनिधि मंडल को आश्वस्त किया. अन्य राज्यों में किस प्रकार पत्रकार पेन्शन योजना अमल में लाई जा रही है, इसका अध्ययन करके महाराष्ट्र में पत्रकार पेन्शन योजना के बारे मे लागू करने की बात मुख्यमंत्री ने कही है.
मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी प्रतिनिधि मंडल संतुष्ट नहीं हुआ. पत्रकार हमला विरोधी कृति समिति ने कहा है कि जब तक कानून नहीं आ जाता और पेन्शन योजना लागू नहीं की जाती तब तक आंदोलन चलता रहेगा. मुख्यमंत्री यहां नागपुर में महाराष्ट्र विधान सभा के शीतकालीन सत्र में भाग लेने नागपुर आए हुए थे.

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